हाथ में तिरंगा लिए करते रहे राहुल का इंतजार
Rahul Gandhi convoy stop:रविवार को दिल्ली की सड़कों पर एक भावुक दृश्य देखने को मिला। कांग्रेस के नेता व लोक सभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हाथ में तिरंगा लिए खड़े 94 वर्षीय बुजुर्ग करुणा मिश्रा को देखकर अपना काफिला रोक दिया। फिर राहुल गांधी ने मिश्रा जी को अपने पास बुलाया और इस दौरान दोनों ने करीब एक मिनट तक बातचीत की।
बुजुर्ग ने कहा बिहार वोट आधिकार यात्रा में होगें शामिल
करुणा मिश्रा ने राहुल गांधी से कहा कि वे बिहार में हो रही वोट अधिकार यात्रा में शामिल होना चाहते हैं। इस पर राहुल गांधी ने उन्हें आश्वासन दिया कि वे बिहार पहुंचने की उनकी व्यवस्था कराएंगे।
कौन हैं करुणा मिश्रा?

करुणा मिश्रा मध्यप्रदेश के सीधी जिले के चुरहट के रहने वाले हैं। उनकी उम्र 94 वर्ष है और वे इंदिरा गांधी के समय से कांग्रेस से जुड़े रहे हैं। वे मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के परिवार से भी करीबी संबंध रखते हैं और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को अपना समधी कहते हैं।
बुजुर्ग का राहुल से है पुराना नाता
बुजुर्ग ने बताया -“हमारा राहुल गांधी से बहुत पुराना रिश्ता है। भारतीय नवयुवक ने हिंदुस्तान में ऐसी यात्रा की जो गांधी जी के बाद अद्वितीय थी। अभी बिहार की यात्रा के संबंध में चर्चा हुई है।”
भारत जोड़ो यात्रा का भी रह चुके हिस्सा
उन्होंने यह भी बताया कि राहुल गांधी ने खुद उनका मोबाइल नंबर लिया और दिल्ली में ठहरने की व्यवस्था करने का प्रस्ताव रखा, लेकिन उन्होंने कहा—“मैं ठहरूंगा नहीं, सीधे बिहार आऊंगा।”
करुणा मिश्रा राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का हिस्सा रह चुके हैं।

- वे उज्जैन से लेकर श्रीनगर तक की यात्रा में पदयात्रा कर चुके हैं।
- तब उन्होंने कहा था कि इतनी लंबी यात्रा में उन्हें कोई खास तकलीफ नहीं हुई।
मिश्रा जी ने याद किया कि उज्जैन में कार्यक्रम के दौरान वे लेट पहुंचे थे। उस समय राहुल गांधी गुजरात चले गए थे और बाद में लौटने पर उनकी मुलाकात हुई। लंच के समय परिचय हुआ और बातचीत के बाद राहुल गांधी ने उन्हें अपने पूर्वजों जैसा सम्मान दिया।
यात्रा मे रखा गया था विशेष ध्यान
मिश्रा जी ने बताया कि यात्रा के दौरान राहुल गांधी हमेशा उनकी सेहत का ध्यान रखते थे।
- जब भी उन्हें लगता था कि दादा थक गए हैं, तो पानी पिलाकर दिग्विजय सिंह से कहते—“दादा को गाड़ी में बैठाइए।”
- उनके लिए एक अलग गाड़ी की व्यवस्था की गई थी, जिसमें चार रजाई, तकिए और गद्दे रखे गए थे।
- राहुल गांधी को यह अहसास था कि 94 वर्षीय करुणा मिश्रा कंटेनर में नहीं रह पाएंगे, इसलिए उन्होंने अलग से आरामदायक इंतजाम कर दिए।
Rahul Gandhi convoy stop: मिश्रा जी ने कहा—“राहुल गांधी ने हमें जिस तरह सम्मान दिया, उससे हमें लगा जैसे वे अपने पूर्वजों से मिल रहे हों। उन्होंने कहा कि आप गाड़ी में बैठकर श्रीनगर चलिए, लेकिन मैंने साफ़ कहा कि मैं आपके साथ पैदल चलूंगा, गाड़ी में नहीं।”