Shatan Devi Mandir: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित रतनपुर का शाटन देवी मंदिर एक प्राचीन और प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जो शक्ति उपासना का प्रमुख केंद्र माना जाता है। यह मंदिर माता शाटन देवी को समर्पित है, जिन्हें माँ दुर्गा का एक शक्तिशाली रूप माना जाता है।

बच्चों का मंदिर
रतनपुर किले के निकट बने इस मंदिर का ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। यह मंदिर न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि देश भर से आने वाले भक्तों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है। मंदिर की अनूठी परंपराएं, मान्यताएं और आध्यात्मिक महत्व इसे विशेष बनाते हैं। इसे स्थानीय लोग “बच्चों का मंदिर” भी कहते हैं, क्योंकि यहाँ माता की कृपा से संतानहीन दंपतियों को संतान सुख की प्राप्ति होने की मान्यता है।
मंदिर का इतिहास
शाटन देवी मंदिर रतनपुर के ऐतिहासिक किले के पास स्थित है और इसकी स्थापना का इतिहास सैकड़ों वर्ष पुराना माना जाता है। यह मंदिर शक्ति उपासना का प्रतीक है और माता शाटन देवी को शक्ति, करुणा और ममता का प्रतीक माना जाता है। स्थानीय कथाओं के अनुसार, माता शाटन देवी की मूर्ति स्वयंभू (स्वयं प्रकट हुई) है, जो इस मंदिर के आध्यात्मिक महत्व को और बढ़ाती है। मंदिर का प्राचीन वास्तुशिल्प और इसकी शांतिपूर्ण आध्यात्मिक ऊर्जा भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करती है। यह मंदिर रतनपुर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है और यहाँ की परंपराएं छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति को दर्शाती हैं।
लौकी और तेंदू की लकड़ियां चढ़ाने की परंपरा
शाटन देवी मंदिर अपनी अनोखी परंपराओं के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। अधिकांश हिंदू मंदिरों में जहाँ देवी-देवताओं को मिठाई, फल, नारियल या मेवे आदि का प्रसाद चढ़ाया जाता है, वहीं इस मंदिर में माता को लौकी और तेंदू की लकड़ियाँ चढ़ाने की परंपरा है। यह परंपरा इस मंदिर को अन्य मंदिरों से अलग करती है। लौकी को माता शाटन देवी का प्रिय प्रसाद माना जाता है, और भक्त इसे श्रद्धापूर्वक चढ़ाते हैं।

इसके अलावा, मंदिर में पूजा-अर्चना और विशेष अनुष्ठानों के दौरान भक्तों द्वारा भजन-कीर्तन और पारंपरिक नृत्य किए जाते हैं। नवरात्रि के दौरान मंदिर में विशेष पूजा और उत्सव आयोजित किए जाते हैं, जिसमें बड़ी संख्या में भक्त शामिल होते हैं। इस दौरान मंदिर परिसर में माता की महिमा से संबंधित भक्ति भजनों और लोक कथाओं का आयोजन होता है।
Shatan Devi Mandir: क्या है मान्यताएं?
शाटन देवी मंदिर के साथ कई मान्यताएं जुड़ी हैं, जो इसे भक्तों के लिए और भी खास बनाती हैं। सबसे प्रमुख मान्यता यह है कि माता शाटन देवी की कृपा से संतानहीन दंपतियों को संतान की प्राप्ति होती है। इस कारण मंदिर को “बच्चों का मंदिर” भी कहा जाता है। कई भक्तों का विश्वास है कि माता के दर्शन और उनकी पूजा करने से उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। संतान प्राप्ति के लिए भक्त यहाँ विशेष पूजा और अनुष्ठान करवाते हैं, जिसमें लौकी और तेंदू की लकड़ियाँ चढ़ाने की परंपरा शामिल होती है। यह भी माना जाता है कि माता की कृपा से परिवार में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है।
नवरात्रि और विशेष आयोजन
Shatan Devi Mandir: नवरात्रि का पर्व शाटन देवी मंदिर में विशेष उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दौरान मंदिर को फूलों और रंग-बिरंगी सजावट से सजाया जाता है। भक्त माता के दर्शन के लिए दूर-दूर से आते हैं और विशेष पूजा-अर्चना में भाग लेते हैं। मंदिर परिसर में माता की महिमा से संबंधित कथाओं का पाठ और भक्ति भजनों का आयोजन होता है। इसके अलावा, मंदिर में समय-समय पर विशेष अनुष्ठान और यज्ञ भी आयोजित किए जाते हैं, जो भक्तों के लिए आध्यात्मिक अनुभव को और गहरा करते हैं।