Chhattisgarh Cabinet Expansion 2025: छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली सरकार ने हाल ही में मंत्रिमंडल का विस्तार किया है। इस विस्तार के बाद मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। मंत्रिमंडल में तीन नए विधायकों—राजेश अग्रवाल, गुरु खुशवंत साहेब, और गजेंद्र यादव—ने मंत्री पद की शपथ ली।

साय मंत्रिमंडल का विस्तार
राजभवन, रायपुर में आयोजित समारोह में राज्यपाल रामेन डेका ने इन मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस विस्तार के साथ, साय मंत्रिमंडल में अब कुल 13 मंत्री शामिल हैं, जो छत्तीसगढ़ सरकार की कार्यकारी शाखा का नेतृत्व करेंगे।
नए मंत्रियों को सौंपे गए विभाग
मंत्रिमंडल विस्तार के बाद विभागों का बंटवारा निम्नलिखित है:
- गजेंद्र यादव: इन्हें स्कूल शिक्षा, ग्रामोद्योग, और विधि एवं विधायी कार्य विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। गजेंद्र यादव दुर्ग से विधायक हैं और इनका नाम मंत्रिमंडल में शामिल होने की चर्चा पहले से चल रही थी।

- राजेश अग्रवाल: इन्हें पर्यटन, संस्कृति, धार्मिक न्यास, और धर्मस्व विभाग दिए गए हैं। राजेश अग्रवाल रायपुर से विधायक हैं और पूर्व में कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहे हैं।

- गुरु खुशवंत साहेब: इन्हें कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार, और अनुसूचित जाति विकास विभागों का दायित्व सौंपा गया है। खुशवंत साहेब भी पूर्व कांग्रेसी नेता हैं और अब बीजेपी के टिकट पर विधायक हैं।

- लखनलाल देवांगन: इन्हें आबकारी विभाग की जिम्मेदारी दी गई है, जो पहले मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के पास था।
मंत्री ने दिया था इस्तीफा
छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा लंबे समय से चल रही थी। 2024 में लोकसभा चुनाव के बाद शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर सीट से सांसद बनने के बाद अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद एक पद खाली हो गया था। इसके अलावा, एक अन्य मंत्री पद पहले से रिक्त था। इस विस्तार के जरिए बीजेपी ने क्षेत्रीय और सामाजिक समीकरणों को साधने की कोशिश की है। नए मंत्रियों में दो पूर्व कांग्रेसी नेताओं को शामिल करना भी बीजेपी की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, ताकि स्थानीय निकाय और पंचायत चुनावों में पार्टी को बढ़त मिल सके।
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Chhattisgarh Cabinet Expansion 2025: विपक्ष का तंज
मंत्रिमंडल विस्तार और विभागों के बंटवारे पर विपक्ष, खासकर कांग्रेस पार्टी, ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेताओं ने इस विस्तार को बीजेपी की “खींचतान और सत्ता की भूख” का परिणाम बताया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने बयान दिया कि “बीजेपी ने पूर्व कांग्रेसी नेताओं को शामिल करके अपनी कमजोरी दिखाई है। यह विस्तार जनता के हित में कम और बीजेपी की आंतरिक राजनीति को मजबूत करने के लिए ज्यादा है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नए मंत्रियों को महत्वपूर्ण विभाग न देकर बीजेपी ने केवल खानापूर्ति की है। कांग्रेस ने यह भी कहा कि सरकार को शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में और बेहतर काम करने की जरूरत है, न कि केवल मंत्रियों की संख्या बढ़ाने की।