Chhattisgarh Cabinet Expansion: छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मंत्रिमंडल का विस्तार तय हो गया है। 20 अगस्त 2025 को सुबह साढ़े 10 बजे राजभवन में नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह होगा। भाजपा विधायक दल के सचेतक सुशांत शुक्ला ने पत्र जारी कर इसकी पुष्टि की है। संभावित नए मंत्रियों में दुर्ग विधायक गजेंद्र यादव, अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल और आरंग विधायक गुरु खुशवंत साहेब शामिल हैं। इस विस्तार में क्षेत्रीय और जातिगत संतुलन का ध्यान रखा गया है।

शपथ ग्रहण का इंतजाम
मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। राजभवन में रेड कार्पेट बिछाया जा चुका है, और स्टेट गैरेज में तीन नए मंत्रियों के लिए तीन सफेद गाड़ियां तैयार की गई हैं। तीनों विधायकों को शपथ ग्रहण के लिए समय पर पहुंचने का संदेश भेजा गया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शनिवार को राज्यपाल रामेन डेका से मुलाकात कर विस्तार की रूपरेखा पर चर्चा की थी।
Chhattisgarh Cabinet Expansion: दीपक बैज का बयान
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने मंत्रिमंडल विस्तार पर तंज कसते हुए कहा कि BJP के 3 सीनियर विधायकों ने इस्तीफे की धमकी दी है। कहीं धमकी की वजह से तो मंत्रिमंडल विस्तार नहीं टल रहा है। पूर्व CM अपने करीबी को मंत्री बनवाने दिल्ली गए हैं। नए मंत्री बनते ही सरकार की उलटी गिनती शुरू हो जाएगी।
नए मंत्रियों का राजनीतिक करियर
गजेंद्र यादव: ओबीसी चेहरा, RSS से नाता

दुर्ग शहर से विधायक गजेंद्र यादव का नाम मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए लंबे समय से चर्चा में था। यादव समाज से आने वाले गजेंद्र ओबीसी समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो छत्तीसगढ़ में साहू समाज के बाद दूसरा सबसे बड़ा समुदाय है। उनकी आरएसएस से नजदीकी और संगठन में सक्रियता उनकी दावेदारी को मजबूत करती है। गजेंद्र ने 2023 के विधानसभा चुनाव में दुर्ग शहर सीट से जीत हासिल की थी। उनकी छवि एक मेहनती और जन-केंद्रित नेता की है, जो स्थानीय मुद्दों पर मुखर रहते हैं।
राजेश अग्रवाल: वैश्य समाज का नया नेतृत्व

अंबिकापुर से विधायक राजेश अग्रवाल ने 2023 के चुनाव में पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव को मात्र 94 वोटों से हराकर सनसनी मचा दी थी। वैश्य समाज से आने वाले राजेश का मंत्री बनना इस समुदाय को प्रतिनिधित्व देने की भाजपा की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, खासकर बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद। राजेश ने अपने छोटे से राजनीतिक करियर में ही मजबूत छवि बनाई है। उनकी जीत ने अंबिकापुर में भाजपा की स्थिति को मजबूत किया।
गुरु खुशवंत साहेब: सतनामी समाज का प्रभावशाली चेहरा

आरंग से विधायक गुरु खुशवंत साहेब सतनामी (एससी/एसटी) समुदाय से आते हैं। उन्होंने 2023 के चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता शिवकुमार डहरिया को हराया था। उनके पिता गुरु बालदास साहेब सतनामी समाज के प्रमुख संत हैं, जिससे उनकी राजनीतिक पहुंच और प्रभाव बढ़ता है। भाजपा को डर था कि गुरु खुशवंत को मंत्री न बनाने पर सतनामी समाज में नाराजगी हो सकती है, जो आगामी चुनावों में नुकसानदायक हो सकता है।
कोई बदलाव नहीं मौजूदा मंत्रियों के विभागों में
भाजपा ने स्पष्ट किया है कि नए मंत्रियों की नियुक्ति होगी, लेकिन वर्तमान मंत्रियों के विभागों या पदों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। वर्तमान में साय मंत्रिमंडल में 11 मंत्री हैं, और तीन नए मंत्रियों के शामिल होने के बाद कुल संख्या 14 हो जाएगी, जो हरियाणा मॉडल के आधार पर संवैधानिक सीमा (15%) के अनुरूप है। यह विस्तार क्षेत्रीय संतुलन, जातिगत समीकरण और संगठन की रणनीति को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।