kachanr Shiv Mandir MP: मध्यप्रदेश में आप बहुत से शिव मंदिर गए होंगे, लेकिन मध्यप्रदेश के जबलपुर में एक ऐसा मंदिर है, जहां मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी शिव प्रतिमा विराजमान है, यह प्रतिमा जबलपुर के विजय नगर क्षेत्र के कचनार सिटी में विराजमान है।

76 फिट ऊंची है शिव प्रतिमा…
बताया जाता है कि इस प्रतिमा की ऊंचाई लगभग 76 फिट है। जो कि 23 मीटर गुफा के ऊपर स्थापित है, इतना ही नहीं यह प्रतिमा खुले असमान में विराजमान है।
kachanr Shiv Mandir MP: इस मंदिर में क्या है खास…
23 मीटर गुफा के अंदर कई जगहों से लई गई 12 ज्योतिर्लिंग की प्रतिमाएं विराजमान है। इस गुफा को मंदिर का गर्भ गृह कहा जाता है। इस गुफा में पार्वती, गणेश, कार्तिकेय विराजमान हैं। इसके अलावा यहां कृष्ण और सप्त ऋषियों की भी मूर्तिया विराजमान हैं।
प्रकृतिक वातावरण से घिरा मंदिर..
इनके साथ – साथ यह मंदिर सुंदर हरियाली से घिरा हुआ है। और भगवान शंकर की प्रतिमा के सामने हवन कुंड बना हुआ है और फिर एक दम सामने भगवान शिव की सवारी नंदी विराजमान है। इस मंदिर को शंकर चौड़ा के नाम से भी जाना जाता है।

kachanr Shiv Mandir MP: भव्य मंदिर परिसर….
मंदिर में अंदर जाते ही द्वार में ऊपर की ओर भगवान शिव उनके साथ माता पार्वती और पुत्र गणेश विराजमान है। अंदर जाने पर मंदिर का लंबा प्रांगण है, फिर वहां भी एक और द्वार मिलता है, बाहर द्वारपाल स्वरुप प्रतिमा विराजमान है जो कि मंदिर की पहरेदारी करते है। अंदर आस्था के साथ प्रकृतिक वातावरण भी दिखाई देता है।
कब और कैसे हुई मंदिर की स्थापना…
यह मंदिर अरुण तिवारी नाम के बिल्डर द्वार बनवाया गया, उनको इस मंदिर बनाने की प्रेरणा बैंगलुरु के मंदिर में 41 फीट विराजमान शिव प्रतिमा को देखकर मिली थी। सन 2000 में उन्होंने कचनार सिटी बनाने का प्लान तैयार किया और 2001 में मूर्ति का निर्माण शुरु हुआ।

के. श्रीधर की टीम ने बनाई थी यह मूर्ति..
इस मूर्ति को मूर्तिकार के. श्रीधर और उनकी टीम ने मिलकर लगभग 3 साल बहुत ही सुंदर प्रतिमा को तैयार की। 15 फरवरी सन 2006 में इसकी प्राण – प्रतिष्ठा की गई थी।
शांति और सुकून से भरा वातावरण…
3 एकड़ में फैला हुआ मंदिर परिसर हरियाली, मुलायम घास और स्वच्छता से घिरा हुआ है। यहां खूबसूरत पार्क भी हैं और शाम के समय यहां रंग – बिरंगी लाइटिंग से सजा हुआ रहता है। यह मंदिर सुबह 7 बजे खुलता है। शाम के समय भगवान शिव का भव्य रुप से आरती की जाती है।
विशेष त्योहारों में होती है भक्ति की भीड़…
इस मंदिर में महाशिवरात्रि, सावन माह और बसंत पंचमी पर में मंदिर में विशेष पूजा – हवन किया जाता है। भजन और भंडारे का आयोजन किया जाता है। साथ ही यहां मेला भी लगता है। विशेष त्योहारों में भक्तो की भारी भीड़ देखने को मिलती है।